اَہَم صَفہٕ
کانٛہہ تہِ
دٲخِل گَژھُن
طَرٕز
دان دِیِو
وِکیٖلۄغتَس مُتلِق
لا تولُقی
ژھانٛڈُن
زٲژ
:
سَنَسکرٕٛت پؠٹھٕ وۄزُم ہیٚتؠ مٕتؠ ہِندی لَفٕظ
زبان
نَظَرِ تلہ تھٲیو
اؠڈِٹ
زٲژ "سَنَسکرٕٛت پؠٹھٕ وۄزُم ہیٚتؠ مٕتؠ ہِندی لَفٕظ" مَنٛز صَفہٕ
یِم صَفہٕ چھِ یَتھ زٲژ مَنٛز، کُل ۴۸
अ
अंग
अकुल
अन्याय
आ
आदित्यवार
इ
इंद्रधनुष
क
कलत्र
कांता
काल
ग
गुरुवार
गृह
गृहिणी
च
चंद्रवार
ज
जामाता
जाया
ज्ञवार
द
दयिता
न
नारी
नेत्र
प
पति
पत्नी
पुस्तक
प्रभात
प्राणनाथ
प्रातःकाल
ब
बुध
बुधवार
बृहस्पत
बृहस्पतवार
बृहस्पतिवार
भ
भानुवार
भार्या
भौमवार
म
मंगल
मंगलवार
महिला
र
रविवार
व
वृक
श
शनि
शनिवार
शुक्र
शुक्रवार
शून्य
स
संगणक
सूर्यवार
सोम
सोमवार
स्त्री
स्वामी